A) यह नीतिगत बदलावों की ज़मीन तैयार करने वाला वैचारिक संकेत है।
B) आस्था-आधारित राष्ट्रवाद को आगे संविधान को पीछे किया जा रहा है।
C) अल्पसंख्यक अधिकार अब स्थायी नहीं, शर्तों पर निर्भर होते जा रहे हैं।
D) मज़बूत प्रतीकों के ज़रिये संवैधानिक कमजोरियों को ढका जा रहा है।