नकद, डीज़ल और मशीनरी बाँट कर सुखबीर सिंह बादल ने अकाली दल को बाढ़ प्रभावित इलाकों में एकमात्र ज़मीन पर सक्रिय पार्टी के रूप में पेश किया और आम आदमी पार्टी–कांग्रेस की नाकामी पर हमला बोला।
लेकिन असली परीक्षा यह है: क्या ये दौरे उनकी खोई हुई राजनीतिक साख लौटाएंगे या फिर यह 2017 और 2022 की हार के दाग धोने की एक कोशिश भर है?
A) सच्चा जुड़ाव: लोगों के सबसे कठिन वक्त में भरोसा फिर से जीतना।
B) राजनीतिक नाटक: राहत को वापसी की रणनीति में बदलना।
C) डैमेज कंट्रोल: ढलती साख को बचाने की इमरजेंसी कोशिश।