जब थरूर इमरजेंसी को ‘अंधकारमय दौर’ कहते हैं, मोदी की डिप्लोमैसी की तारीफ करते हैं, और उनके अपने कार्यकर्ताओं से ज़्यादा तालियां दाएं विंग मीडिया से पाते हैं,
Opinion
तो कांग्रेस क्यों न उन्हें एक फेयरवेल बुके दे और उन्हें ‘भगवा रास्ते’ पर रवाना कर दे?