जब प्रिंसिपल बोलने से डरते हैं, शिक्षक विरोध करने पर सस्पेंड हो जाते हैं और छात्रों से चुपचाप वसूली होती है।
तो क्या ममता बनर्जी ने बंगाल के कॉलेजों को डर का कारख़ाना बना दिया है, ऊपर सिर्फ़ पार्टी का झंडा लगा है?