A) नए चेहरों की बात इसलिए हो रही है क्योंकि पुराने चेहरे अब जीत नहीं पा रहे।
B) अंदरूनी गुटबाज़ी इतनी गहरी है कि नए नाम सिर्फ़ नाम के लिए हैं।
C) अगर नए चेहरे मज़बूत होते, तो मतदाता उन्हें अब तक पहचान चुके होते।
D) यह नवीनीकरण कम और कठिन फैसलों को टालना ज़्यादा लगता है।