पी.एम. मोदी ‘नेक्स्ट-जनरेशन जी.एस.टी. सुधारों’ की बात करते हैं और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण नए स्लैब लागू करने की तैयारी में हैं।
लेकिन अगर असली फायदा केवल संगठित क्षेत्र को मिलता है और छोटे व्यापारी, असंगठित अर्थव्यवस्था और गरीब पीछे छूट जाते हैं— तो आप इन सुधारों को क्या मानते हैं?
A) आम आदमी के लिए असली राहत।
B) चुनाव से पहले केवल दिखावे की राजनीति।
C) अधूरा कदम जो असंगठित क्षेत्र को नज़र अंदाज़ करता है।