जब पंजाब अपनी 19वीं निजी यूनिवर्सिटी को मंज़ूरी दे चुका है, तो क्या शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस यह बता सकते हैं कि सरकारी कॉलेज राज्य की प्राथमिकता से क्यों ग़ायब हो गए हैं,
और निजी संस्थाएं बिना किसी नियंत्रण के कैसे फल-फूल रही हैं, जबकि सरकारी संस्थान दम तोड़ रहे हैं?