विपक्ष नेता प्रताप सिंह बाजवा AAP की नशा विरोधी मुहिम को दिखावा बता रहे हैं,
लेकिन 2017 में कांग्रेस ने SIT बनाकर और 250 नशे के केस दर्ज करके जिन 'बड़ी मछलियों' को पकड़ने का वादा किया था, उनका क्या हुआ?
क्या दूरदर्शिता सिर्फ सत्ता खोने के बाद ही आती है?