क्या ऐसे में इतने बड़े क्षेत्र में चावल की खेती के लिए कोई उचित योजना बनाई गई है?
जबकि आंकड़े बताते हैं कि राज्य में केवल 0.8 % चावल की खपत होती है।
साल 2000 में पंजाब में लगभग 26 लाख हेक्टेयर में चावल की फसल बोई जाती थी, जो अब 2022-23 में बढ़कर 31 लाख 67 हजार हेक्टेयर से अधिक हो गई है।