A) सुधार का एजेंडा नैतिक अपील से आगे ठोस रोडमैप में नहीं बदला।
B) संगठनात्मक कमजोरी ने ज्ञानी हरप्रीत सिंह की रफ्तार धीमी कर दी।
C) सुखबीर बादल के राजनीतिक टिकाऊपन से असंतुष्ट विद्रोही खिंच रहे हैं।
D) विद्रोह बदलाव नहीं, बल्कि खामोश वापसी पर खत्म हो सकता है।