भगवंत मान एक जोक सुनाते हैं। भीड़ हँसती है। विपक्ष ताली बजाता है, व्यंग्य में। शासन की फाइलें: जस की तस। क्या 2027 तक सरकार मज़ाक के सहारे चलेगी या फिर अब बातों से ज़्यादा काम मायने रखेगा ? राय साझा करें...
HaaHaa HeeHee - HASSO
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Bhagwant Mann makes a joke. Crowd laughs. Opposition claps sarcastically. Files on governance: untouched. Can jokes carry a government till 2027 or will delivery finally matter more than dialogue ? Share Your Views...