A) गहरे आंतरिक मतभेद भाजपा नेताओं को अलग-अलग दिशाओं में खींच रहे हैं, जिससे पार्टी पंजाब में और कमजोर हो रही है।
B) “कोई गठबंधन नहीं” वाला बयान सिर्फ अभी के लिए हो सकता है और भाजपा तब फिर अकाली दल की ओर लौट सकती है जब उसे पूरी तरह हाशिये पर जाने का डर लगेगा।
C) भाजपा सख्त और स्वतंत्र दिखना चाहती है, जबकि पंजाब में उसका जमीनी समर्थन लगभग खत्म हो चुका है।
D) ये विरोधाभासी बयान दिखाते हैं कि भाजपा के पास पंजाब के लिए कोई एकजुट योजना नहीं है और 2027 में उसे पूरी तरह बाहर धकेला जा सकता है।