A. वास्तविक चिंता, शायद अब सभी पार्टियों को सचमुच ख़तरा महसूस हो रहा है।
B. चुनावी ड्रामा, यह सब सिर्फ तरन तारन उपचुनाव के कारण हो रहा है।
C. छवि सुधार, एक-दूसरे पर आरोप लगाने से पहले खुद को ‘साफ़’ दिखाने की कोशिश।
D. जनभावना का दबाव, लोग अब खुलकर बोल रहे हैं, इसलिए नेताओं की भाषा भी बदल गई है।