बिहार 2025: असली सत्ताधारी कौन हैं? नितीश कुमार अभी भी जनता में सम्मान रखते हैं, लेकिन 47 लाख लोग मतदाता सूची से हटा दिए गए हैं, जाति समूह अपनी पसंद बना रहे हैं, और भाजपा चुपचाप सत्ता दिखा रही है, क्या बिहार अभी भी नितीश कुमार का राज्य है, या दिल्ली का खेल का मैदान बन रहा है?
Suggestions - SLAH
A) नितीश कुमार लोकप्रिय हैं, लेकिन असली डोर दिल्ली के हाथ में हैं।
B) भाजपा और जाति राजनीति = बिहार के असली सत्ताधारी।
C) आम मतदाता सिर्फ गठबंधन के खेल में मोहरे हैं।
D) उपरोक्त सभी, बिहार का लोकतंत्र धीरे-धीरे कमजोर हो रहा है।
Bihar 2025: Who’s Really Running the Show? Nitish Kumar may still get public respect, but with 47 lakh voters erased, caste blocs choosing sides, and BJP quietly flexing power, is Bihar still Nitish’s state, or is it becoming Delhi’s playground?
Sukhpal Singh Nannu, once BJP, then AAP, and now back “home” in Shiromani Akali Dal. From being a two-time MLA with a strong family legacy in Ferozepur to repeatedly shifting camps after ticket disputes and role dissatisfaction, the journey looks less ideological and more seat-centered. Will Sukhbir Singh Badal trust Sukhpal Singh Nannu with the Ferozepur Urban seat in 2027, or will Nannu have to prove that this time he’s here to stay?
सुखपाल सिंह नन्नू, कभी भारतीय जनता पार्टी, फिर आम आदमी पार्टी और अब दोबारा “घर वापसी” करते हुए शिरोमणि अकाली दल में। दो बार के विधायक और फ़िरोज़पुर में राजनीतिक विरासत के बावजूद, टिकट विवाद और भूमिका न मिलने पर लगातार दल बदलने से उनकी यात्रा विचारधारा से ज़्यादा सीट-केंद्रित लगती है। क्या सुखबीर सिंह बादल 2027 में फिरोजपुर शहरी सीट के लिए सुखपाल सिंह नन्नू पर भरोसा करेंगे या सुखपाल सिंह नन्नू को यह साबित करना होगा कि इस बार वह यहां टिकने वाले हैं?