A. राजनीतिक नाटक, रैली, पोस्टर और भाषण, लेकिन पंजाब की हकीकत जस की तस बनी हुई है।
B. आधे-अधूरे प्रयास, सरकार बोलती है, लेकिन लागू करना और रिहैब कमजोर है।
C. अभियान असफल, बुढलाडा जैसी घटनाएं साबित करती हैं कि “नशा मुक्त पंजाब” अभी सपना ही है।
D. सिस्टम को दोष दें, CM को नहीं, जड़ में बैठे नशे को सिर्फ नारों से नहीं रोका जा सकता।