बाढ़ प्रभावित पंजाब की यात्रा के दौरान जब परिवार राहत और हमदर्दी का इंतज़ार कर रहे थे, तब विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने राहुल गांधी का स्वागत गुलाब देकर किया। 2027 के चुनावों की छाया में यह इशारा क्या संदेश देता है?
Opinion
A) प्रतीक बनाम संवेदना – असली हमदर्दी की बजाय रस्मी इशारों को तरजीह।
B) हालात से बेमेल – त्रासदी की गंभीरता को स्वागत की शोभा में उलझा बैठे।
C) 2027 की तैयारी – राहुल की यात्रा को अपने CM-इन-वेटिंग छवि के मंच में बदलने की कोशिश।
During Rahul Gandhi’s visit to flood-affected Punjab, LoP Partap Bajwa welcomed him with a rose, while families waited for solidarity and relief. In the shadow of 2027 election, what does this gesture reveal?