राहुल गांधी के “अडानी-अंबानी” हमले उसी अंदाज़ की गूँज हैं — जैसे “सूट-बूट सरकार”— जो कभी मोदी की लोकप्रियता को नहीं हिला सके।
क्या राहुल कांग्रेस की वही पुरानी गलती दोहरा रहे हैं — मॉडल की जगह मोदी पर ही वार करना?
A) हाँ, इससे मोदी का “पीड़ित कार्ड” मज़बूत होता है।
B) नहीं, भ्रष्टाचार के रिश्ते आखिरकार असर दिखाएँगे।
C) दोनों नेता व्यक्तित्व की जंग में फँसे हैं।