प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं कि देश में असमानता घट रही है, तो फिर भारत आज भी वैश्विक संपत्ति रिपोर्ट्स में सबसे असमान देशों में क्यों गिना जाता है?
क्या 'लखपति दीदी' और 'ड्रोन दीदी' जैसी योजनाएं दशकों की बेरोजगारी और ग्रामीण कर्ज को अकेले ही दूर कर सकती हैं?