जब 20 से ज़्यादा राज्यों में मज़दूर कोयला खनन, बैंक, ट्रेन और बीमा सेवाएं रोक देते हैं, तो क्या ये "ईज ऑफ डूइंग बिज़नेस" है या "ईज ऑफ एक्सप्लॉइटिंग वर्कर्स"?
Review - DEKHO
अगर मोदी सरकार के श्रम सुधार वाकई मज़दूरों के हित में हैं, तो लाखों लोग "भारत बंद" के नारे क्यों लगा रहे हैं?
When workers across 20+ states halt coal mining, banking, trains, and insurance to protest “labour reforms,” is this ease of doing business—or ease of exploiting workers?
From Dharavi to Motilal Nagar, why does Adani always win and citizens always lose? ₹36,000 Crores for Adani, but just 1,600 sq ft built-up for 3,700 families?
धारावी से मोतीलाल नगर तक, हर बार अडानी जीतता है और आम लोग हारते हैं? अडानी को ₹36,000 करोड़, लेकिन 3,700 परिवारों को सिर्फ 1,600 स्क्वेयर फीट बिल्ट-अप एरिया?