जो व्यक्ति कभी सिख संस्थाओं का रक्षक बनने का दावा करता था, आज तख़्त पटना साहिब की नज़रों में "तनखैया" है।
अकाल तख्त साहिब पर माफी मांगने के बाद भी सुखबीर हर जगह लोगों के निशाने पर क्यों हैं?