लुधियाना वेस्ट में भारत भूषण आशु 10,637 वोटों से हार गए, राजा वड़िंग प्रचार से गायब रहे, और सुखजिंदर रंधावा पहले ही सी.एम. की दौड़ को लेकर चेतावनी दे रहे हैं।
तो क्या पंजाब कांग्रेस अब ऐसे नेताओं का घर बन चुकी है जिनके पास जीतने की कोई योजना नहीं?
जब अंदरूनी झगड़े प्रचार से आगे निकल जाएं, तो 2027 में कांग्रेस की तस्वीर आप कैसे देखते हैं?