Census 2025- We measure GDP, but not unpaid labour. We track phone usage, but not violence at home. Are Indian women ever going to be counted for what actually counts? Will women finally be counted for more than cooking, cleaning, and caregiving? Share Your Views...
जनगणना 2025 — हम GDP मापते हैं, लेकिन बिना वेतन वाले श्रम को नहीं। हम मोबाइल डेटा ट्रैक करते हैं, लेकिन घरेलू हिंसा को नहीं। क्या भारतीय महिलाओं की गिनती कभी उन कामों के लिए होगी जो वाकई मायने रखते हैं? क्या उन्हें सिर्फ रसोई, सफाई और देखभाल से आगे भी कभी गिना जाएगा? राय साझा करें...
भारत में जहाँ एक पुरुष 100 रुपये कमाता है, वहीं महिलाओं को उसी काम के लिए सिर्फ़ 40 रुपये मिलते हैं। महिला सशक्तिकरण की बात करने वाले देश में समान वेतन को कौन रोक रहा है? अपने विचार बताएं।