भारत दावा करता है कि वह मोदी के नेतृत्व में 10 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ रहा है, लेकिन हकीकत में वह अधूरे सुधारों, बढ़ते क्षेत्रीय ख़तरों और मुफ्तखोरी की लत में उलझा हुआ है — जबकि चीन हमारे पड़ोसी देशों को हथियार दे कर मज़बूत कर रहा है।
Opinion
क्या 'मोदीनॉमिक्स' भारत की जमी हुई सुधार प्रक्रिया को ठीक कर पाएगा?