530 ग्रामीण मेडिकल अधिकारियों को वर्षों से खाली पड़ी पोस्ट भरने के लिए हेल्थ डिपार्टमेंट में जोड़ा जा रहा है — लेकिन वेतन, सीनियरिटी और सुविधाओं पर अब तक कोई स्पष्टता नहीं। अगर पंजाब की स्वास्थ्य व्यवस्था सच में "बेहतर" हो रही है, तो डॉक्टरों को "अस्थायी इंतज़ाम" क्यों माना जा रहा है?
Suggestions - SLAH
क्या स्वास्थ्य मंत्री को इसका जवाब नहीं देना चाहिए?
No birth certificate, no Guinness record. No footpath, no safety. Did Fauja Singh Jee spend his life outrunning not just time — but also a system that never documented or protected him?