क्या 2015 में शरणार्थियों को पुनर्वास करने का विरोध करने से लेकर 2024 तक 3 मिलियन से अधिक यूक्रेनी प्रवासियों को अपनाने तक पोलैंड का बदलाव,
बदलते वैश्विक क्रम में जड़ों से जुड़े मानवतावाद की शक्ति को दर्शाता है? हां या नहीं?