ग्रेनेड धमाके, मंदिरों में तोड़फोड़ और नेताओं पर हमले — क्या पंजाब को अस्थिर करने की साज़िश चल रही है या विपक्ष को चुप कराने का नया तरीका अपनाया गया है? जब एक पूर्व डिप्टी सीएम 'सेवा' करते हुए हमला झेलते हैं और पुलिस उनका बयान तक नहीं लेती।
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तो सवाल उठता है: क्या सिस्टम सो रहा है या फिर किसी बड़ी साज़िश में शामिल है?