क्या आप जानते हैं कि आंध्र प्रदेश के तम्मलपल्ले में दुनिया की सबसे बड़ी यूरेनियम खदानों में से एक है—जहाँ देश न्यूक्लियर गर्व के लिए ज़मीन खोद रहा है, और स्थानीय लोग ज़हर पी रहे हैं, विकलांग बच्चों को जन्म दे रहे हैं और अपनी फ़सलें दफ़ना रहे हैं?
क्या भारत न्यूक्लियर भविष्य बना रहा है—या फिर चुपचाप पीढ़ियाँ कुर्बान कर रहा है?