गौरी लंकेश मामले में आरोपी को जमानत मिलने के बाद,
क्या यह सवाल नहीं उठता कि क्या हमारा कानून सचमुच स्वतंत्रता की रक्षा कर रहा है, या यह एक खतरनाक मिसाल पेश हो रही है?