According to the PLFS (Periodic Labour Force Survey) data from 2017-18 to 2023-24, the worker population ratio among people aged 15 and above in rural areas has exceeded 62 percent. This indicates that due to a lack of business opportunities and economic distress in rural areas, this situation has arisen.
हमारे देश में वर्ष 2017-18 से 2023-24 तक के पी.एल.एफ.एस. (आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण) के आंकड़े बताते हैं कि ग्रामीण क्षेत्रों में 15 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में मेहनत-मज़दूरी वाली जनसंख्या का अनुपात 62 प्रतिशत से अधिक हो गया है। इसका मतलब है कि ग्रामीण क्षेत्रों में व्यवसाय की कमी और आर्थिक तंगी के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है।