A) पत्रकारिता को नेताओं को जवाबदेह ठहराने से दूर धकेला जा रहा है।
B) मीडिया संस्थान उन नेताओं को प्रतिष्ठित मंच देने के लिए अधिक इच्छुक होते जा रहे हैं जो असली सवाल कभी नहीं लेते।
C) शशि थरूर की प्रशंसा बदलते राजनीतिक परिदृश्य में प्रासंगिक बने रहने की एक रणनीतिक पुनर्संरचना का संकेत देती है।
D) सार्वजनिक जवाबदेही की जगह चुपचाप प्रशंसा और नेताओं के बीच प्रासंगिक बने रहने की दौड़ है।