A) शीर्ष नेतृत्व, जिसने सीट को गलत पढ़ा और एक कमजोर उम्मीदवार उतार दिया।
B) वरिष्ठ स्टार प्रचारक, जिनकी रैलियाँ तो गूँजीं लेकिन वोट में नहीं बदल सकीं।
C) संगठनात्मक तंत्र, जो कार्यकर्ताओं को नहीं जुटा सकी, ज़मीनी हकीकत समझने में विफल रही और गुटबाज़ी को हावी होने दिया।
D) कोई नहीं, क्योंकि हमेशा की तरह कांग्रेस "व्यवस्था" को दोष देकर अगले चुनाव का इंतज़ार करेगी और जवाबदेही से बच जाएगी।