A) “जरूरी सचेतन” – शायद दुनिया को भारत की कमजोरियों का पता होना चाहिए।
B) “विदेश में वोट-बैंक” – अंतरराष्ट्रीय दर्शकों के लिए खेल, जबकि देश के मतदाताओं की अनदेखी।
C) “पहले घरेलू बदलाव” – आलोचना ठीक है, लेकिन घरेलू कार्रवाई भाषणों से ज्यादा महत्वपूर्ण है।
D) वैश्विक स्तर पर भारत को कमजोर दिखाना उनकी अपनी साख के लिए नुकसानदेह।